Monday, 21 October 2013

नरेंद्र कोहली होंगे विवेकानंद साहित्य संमेलन के अध्यक्ष

माननीय संपादक,
इस वृत्त को आपके विख्यात पत्रिका में यथोचित समय प्रकाशित करे यह प्रार्थना.
भवदीय,
सुनील कुलकर्णी
कार्यालय प्रमुख, विवेकानंद साहित्य संमेलन,
सोलापूर. संपर्क : 09371934407
 

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सोलापूर | प्रतिनिधीविख्यात हिंदी साहित्यकार श्री. नरेंद्र कोहली सोलापूर (महाराष्ट्र) में होनेवाले ‘विवेकानंद साहित्य संमेलन’ के अध्यक्ष के नाते मनोनित किए गये है. ९ और १० नवंबर २०१३ इन दो दिनों में होनेवाला यह साहित्य संमेलन स्वामीजी के १५० वे जयंती वर्ष के अनुलक्ष्य में आयोजित किया जा रहा है. इस तरह का यह शायद पहला ही साहित्य संमेलन होगा. संमेलन के निमंत्रक, दै. लोकसत्ता के पूर्व संपादक सुधीर जोगलेकर, संयोजक अरुण करमरकर तथा स्वागत समिती के सचिव प्रशांत बडवे ने यह जानकारी दी.
महाराष्ट्र के सभी विभागों से तथा देश के प्रमुख शहरों से लगभग दो हजार प्रतिनिधी इस संमेलन में सहभागी होंगे. संत साहित्य के ज्येष्ठ अभ्यासक तथा समीक्षक डॉ. सदानंद मोरे (पुणे विश्‍वविद्यालय), राष्ट्रीय विचारों के प्रख्यात विचारक श्री. तरुण विजय, स्वामी बुद्धानंद, नाट्य एवं चित्रपट कलाकार राहुल सोलापूरकर आदि मान्यवर लेखक तथा विचारवंत इस संमेलन के विविध सत्रों मे मार्गदर्शन करेंगे.

सोलापूर के प्रख्यात उद्योजक तथा शिक्षाविद ए. जी. पाटील संमेलन के स्वागताध्यक्ष रहेंगे. इस संमेलन में प्रतिनिधी के नाते अधिकाधिक युवक युवतीयां सहभागी हो, ऐसा आवाहन संयोजन समिती की ओर से किया गया है. अधिक जानकारी के लिए
vsammelan13@gmail.com इस ई मेल पते पर या ९४२२६४९२३९ इस दूरभाष पर संपर्क करें.

संमेलनाध्यक्ष नरेंद्र कोहलीजी का अल्प परिचय
एक ज्येष्ठ हिंदी साहित्यकार के नाते कोहलीजी साहित्य विश्‍व में पहचाने जाते है. स्वामी विवेकानंद के चरित्र पर आधारित ‘तोडो कारा तोडो’ यह ग्रंथमालिका, प्रभू रामचंद्र के संबंध में ‘अभ्युदय’, ‘न भूतो न भविष्यती’, ‘वासुदेव’ यह उनके द्वारा निर्मित साहित्य संपदा है. १९७० से लेकर २००६ तक — ७८ ग्रंथ लिखने का अनोखा विक्रमी कार्य आपने किया है. इसी कारण से १९७५ के बाद का कालावधी हिंदी साहित्य विश्‍व में ‘कोहली युग’ माना जाता है.

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